Love Changes Life | प्यार हमें बदल देता है | Story in Hindi | हिंदी में कहानी

ये कहानी मनोज और आशी की है मनोज अकेला ही रहता था उसके मम्मी पापा नहीं थे एक बहन थी जिसकी शादी हो चुकी थी और आशी केे मम्मी पापा थे पर वो दोनों साथ नहीं रहते और इसलिए ही वो उन दोनों से दूर अकेली ही रहती थी कहानी की शुरूआत होती है जब मनोज अपनी School की पढाई पूरी करने केे बाद Collage में Admission लेता है मनोज केे साथ उसके और भी Class Mate उसके साथ ही बहां Admission लेते हैं मनोज का शुरू से ही कोई Friend नहीं था न ही Collage में और न ही School में क्योंकि उसका Nature ही कुछ ऐसा था वो न ही किसी से बोलता और न ही हँसता था बस हर समय पढ़ाई ही करता रहता इसी वजह से वो हमेशा से होशियार भी था पर कभी उसका कोई Friend बन भी जाता तो वो उसे पढ़ने को लेकर इतना Tourcher कर देता कि कोई उसका Friend बनना नहीं चाहता कुछ दिनों केे बाद आशी नाम की लड़की भी उसी Collage में Admission लेती है और वो भी उसका Nature देख उससे Friendship करना नहीं चाहती वो तो उसका नाम तक खड़ूस रख देती है और इसी बजह से मनोज उससे कोई मतलब नहीं रखता पर कुछ दिनों बाद Collage केे एक Professor मनोज को कहते हैं कि तुम आज से आशी को पढ़ाओगे क्योंकि वो अभी तक बहुत पीछे है और अगले हफ्ते उनके Exam हैं और उसे उनकी बात माननी पड़ती है आशी को पढ़ाने केे लिए वो उन्हें Time बता देता है और आशी न चाहते हुए भी उससे पढ़ने जाती है और मनोज न चाहते हुए भी उसे पढा़ता है मनोज उससे वैसा ही व्यवहार करता है जैसा की आशी ने उसका नाम रखा था खड़ूस जैसा पर कुछ ही दिनों बाद आशी को उसी खड़ूस से प्यार हो जाता है जिस व्यवहार से कभी वो नफरत करती थी उसी व्यवहार से उसे प्यार हो जाता है कुछ दिनों तक मनोज को उसे पढ़ाने में दिक्कतें आईं दिक्कतें उसे इसलिए आईं क्योंकि वो उसे पढ़ाना नहीं चाहता था पर फिर सब ठीक हो गया अब उसके Exam भी आ गए Exam होने केे बाद उसने पढ़ाना भी बंद कर दिया पर कुछ दिनों बाद मनोज ने Collage आना बंद कर दिया क्योंकि उसे Brain Tumor था जिस बजह से उसे पढ़ने में दिक्कत होती है और उसकी कोई देखभाल करने बाला भी कोई नहीं था उसके पडोसी बहुत ही अच्छे थे वो हमेशा ही उसका ख्याल रखते फिर भी उसे किसी की जरुरत थी क्योंकी पडोसी हर समय तो उसके पास नहीं होते पर वो किसी की मदद लेना नहीं चाहता था ज्यादा से ज्यादा अपना ख्याल रखने की कोशिश करता ये बात Collage में किसी भी Student को नहीं पता थी पर आशी जानना चाहती थी कि मनोज Collage क्यों नहीं आ रहा है और वो Collage केे कई Professor से पूछती है पर उसे कोई कुछ नहीं बताता फिर वो विनीत से पूछती है जो की Collage केे ही एक Professor हैं वो उसे बताते हैं कि उसे Brain Tumor है इसलिए ही वो Collage नहीं आ रहा ये बात सुनकर आशी को बहुत बुरा लगता है दो महीने बाद Final Year केे Exam भी थे और आशी उसकी मदद करना चाहती थी वो नहीं चाहती थी कि वो हार माने वो उसकी मदद करने केे लिए उसका ख्याल रखने केे लिए उसके पडोसियों से पूछती है कि क्या वो उसका ख्याल रख सकती है और वो सब कहते हैं हाँ क्यों नहीं अब वो उसके घर जाती है तो मनोज उससे पूछता है कि तुम यहाँ क्या करने आई हो वो कहती है मैं तम्हारी मदद करना चाहती हूँ मनोज कहता है जो लड़की खुद की मदद नहीं कर सकती है वो दूसरों की मदद क्या करेगी जाओ यहाँ से मुझे किसी की मदद की जरुरत नहीं पर वो हार नहीं मानती क्योंकि वो अपने प्यार को इस हालत में नहीं देख सकती वो उसका फिर भी ख्याल रखती है डॉक्टर ने कहा था कि ये जितना खुश रहेंगे उतना ही इनके लिए ठीक होगा और वो उसे ज्यादा से ज्यादा खुश रखना चाहती है वो जब T.V. देख रहा होता तो वो कुछ ऐसा Show लगा देती जिसमे हंसी की बातें हो फिर भी वो नहीं हँसता वो घर को सजाती है जिससे की उसे अच्छा Feel हो पर वो सब तोड़ केे फेक देता है ये सब देखकर आशी को बहुत बुरा Feel होता है फिर भी वो हार नहीं मानती वो फिर से उसे अच्छा Feel कराने केे लिए कुछ करती है और वो फिर से सब ख़राब कर देता है पर धीरे-धीरे उसे अपनी गलती का अहसास होने लगता है उसे लगता है कि वो उसके साथ जो कर रहा है वो सही नहीं है और एक दिन वो उससे कहता है Sorry मुझे तुम्हारे साथ ऐसा व्यवहार नहीं करना चाहिए था तुम तो मेरे लिए अच्छा ही सोच रही थी पर मैं ही गलत था मुझे माफ़ कर दो पर वो कहती है कोई बात नहीं तुमने इतना कहा वो ही बहुत है पर मैं चाहती हूँ कि तुम मेरे साथ एक अच्छी सी फिल्म देखने चलो बोलो चलोगे मनोज कहता है हाँ क्यों नहीं चलो धीरे-धीरे उसमें बदलाव आने लगता है जो लड़का कभी हँसता नहीं था वो अब हंसने लगता है कुछ दिनों बाद आशी उसका Test करवाती है और पहले से बहुत अच्छा Result आता है डॉक्टर कहता है कि अब इनके Operation केे बाद ठीक होने केे Chance ज्यादा हैं कुछ दिनों केे बाद उसका Operation भी हो जाता है और वो ठीक हो जाता है अब आशी भी अपने घर जा रही है पर मनोज नहीं चाहता कि वो उसे छोड़के जाए वो उससे कहता है क्या हम हमेशा साथ नहीं रहे सकते आशी कहती है मतलब मनोज कहता है मतलब I Love You आशी कहती है चलो तुमने कहा तो मैं तो तुमसे तब से प्यार करती हूँ जब तुम खड़ूस थे मनोज कहता है अच्छा तो क्या तुम मुझसे शादी करना चाहोंगी आशी कहती है हाँ पर अभी नहीं Exam होने केे बाद और Exam होने केे बाद वो दोनों शादी कर लेते हैं ।।

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